प्राणायाम के आश्चर्यचकित फायदे – Surprising benefits of Pranayama in Hindi
प्राणायाम फेफड़ों की क्षमता को बेहतर बनाता है जिससे फेफड़े स्वस्थ और मजबूत बने रहे।
प्राणायाम रक्तचाप घटाता और हृदय संबंधी बीमारियों को दूर करता है।
प्राणायाम पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है।
प्राणायाम ऑक्सीजन की प्रचुरता से रक्त को गाढ़ा करता है और मस्तिष्क की क्रियाओं को बेहतर बनाता है।
प्राणायाम वजन नियंत्रित रखने में मदद करता है क्योंकि ऑक्सीजन की प्रचुरता वसा को घटाने में मदद करती है।
प्राणायाम तनाव को कम करने का सबसे अच्छा साधन है।
प्राणायाम अन्त:स्त्रावी ग्रंथि की क्रिया को नियंत्रित करता है। प्राणायाम जब बंध के साथ किया जाता है तो इन ग्रंथियों की क्रियाओं को नियंत्रित करता है। प्राणायाम विशेष तौर पर पीयूष ग्रंथि और शीर्ष ग्रंथि को ऊर्जा प्रदान करता है।
प्राणायाम उच्च ह्रदय गति को घटाता है और रक्त प्रवाह को नियंत्रित करता है।
प्राणायाम हृदय श्वसन प्रणाली को मजबूत करता है। प्राणायाम का प्रशिक्षण व्यक्ति को आसानी से वातावरण में ऑक्सीजन की कमी वाले ऊंचे स्थानों पर रहने में मदद करता है।
प्राणायाम रक्त प्रवाह बढ़ाकर छाती को लाभ पहुंचाता है। कुंभक के अत्यधिक प्रयोग से छाती, यकृत और फेफड़ों पर पड़ने वाले आंतरिक दबाव को प्राणायाम के दौरान बंध की क्रिया समन्वयित करती है।
प्राणायाम मस्तिष्क, मेरुदंड, तंत्रिका केंद्र और तंत्रिकाओं समेत संपूर्ण तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य को बढ़ी हुई ऑक्सीजन से दुरुस्त करता है।
प्राणायाम की नित्य क्रिया मस्तिष्क की एकाग्रता और स्थायित्व को बढ़ाता है। प्राणायाम मन की स्थिरता को पाने में मदद करता है और मानसिक उद्वेलनों को नियंत्रित करता है।
प्राणायाम योग की उच्च क्रियाओं धारण, ध्यान और समाधि में मदद करता है और आध्यात्मिक विकास की ओर ले जाता है।
प्राणायाम प्राण को दिशा दिखाता है, और अनावश्यक सांसारिक कार्यों को करने से रोकता है।
प्राणायाम की नित्य क्रिया शारीकिक तंत्र के नियंत्रण, मानसिक प्रवृत्तियों के स्थायित्व और मन और शरीर की गहरी अनुभूति की ओर अग्रसर करती है। ये व्यक्ति को अंतर्ज्ञान की ओर ले जाती है।
Recommended Articles:
Share on:
2 thoughts on “प्राणायाम के 15 चमत्कारी स्वास्थ्य लाभ”
baat karne ke dauran ghabrahat hoti h.use kaun se yog se dur kiya ja sakta h.kripya jankari mail kijiye .
baat karne ke dauran ghabrahat hoti h.use kaun se yog se dur kiya ja sakta h.kripya jankari mail kijiye .
Hi,
For this, you have to do Nadishodhana Pranayama.