पेंडुलम पोज़ क्या है What is Pendulum Pose?
पेंडुलम पोज़ को संस्कृत में डोलसना भी कहा जाता है जहाँ पर डोल का अर्थ है ‘झूलना’ या ‘दोलन’। इसलिए इस आसन को अंग्रेजी में ‘द स्विंगिंग पोज़’ या ‘पेंडुलम पोज़’ के नाम से भी जाना जाता है। इस योग पोज़ के करने के बहुत सारे फायदे हैं। यहाँ पर इस आसन के सरल विधि, फायदे और सावधानी के बारे में जिक्र क्या जाएगा।
पेंडुलम पोज़ विधि-Pendulum Pose steps in Hindi
- अपने पैरों में लगभग 1 मीटर की दूरी बनाकर सीधे खड़े हो जाएं।
- अपनी बाहों को ऊपर उठाएं और अपनी उंगलियों को इंटरलॉक करें गर्दन के पीछे।
- अपनी कोहनी को बग़ल में लाने की कोशिश करें।
- अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को दाईं ओर मोड़ें।
- अपने पैरों को जमीन पर मजबूती से टिकाकर रखें।
- आगे की ओर झुकें और अपने सिर को अपने दाहिना घुटना से स्पर्श करें।
- मुड़ी हुई स्थिति में रहकर अपने बाएं घुटने को छूने की कोशिश करें।
- फिर वापस दाएं घुटने पर झूलें।
- इस झूलते हुए दोलन को प्रत्येक दिशा 3 बार दोहराएं।
- फिर खड़े होने की स्थिति में लौट आएं।
- यह 1 राउंड है।
- दूसरा राउंड दोहराएं, लेकिन इस बार सबसे पहले बाईं ओर झुके।
पेंडुलम पोज़ में श्वास कैसे लें -How to breath in Pendulum Pose in Hindi ?
- सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें।
- जब आप झूलते हैं तो सांस को रोकें।
- सांस लेते हुए आप अपने शरीर को ऊपर उठाएं ।
- शारीरिक गति और श्वास पर जागरूकता रखते हुए पीठ के निचले हिस्से के मांसपेशियों को आरामदेने की कोशिश करें ।
पेंडुलम पोज़ के फायदे-Pendulum Pose benefits in Hindi
- यहाँ पर इस आसन के कुछ महत्वपूर्ण लाभ के बारे में बताया गया है।
- यह आसन वही मूल लाभ देता है जो त्रिकोणासन।
- यह रीढ़ की हड्डी की नसों और निचले हिस्से की मांसपेशियों पर विशिष्ट प्रभाव है देता है।
- यह एक निहायत ही उम्दा आसन है जो अधिक कठिन और आगे झुकने वाले आसन जैसे पश्चिमोत्तानासन और जानू शीर्षासन को करने के लिए।
- इसके नियमित अभ्यास से मन शांत होता है और सिरदर्द, अनिद्रा और थकान से राहत मिलती है।
- पेंडुलम मुद्रा का अभ्यास करने से मस्तिष्क में परिसंचरण बढ़ता है।
- यह योग मुद्रा साइटिका जैसी पीठ के निचले हिस्से की बीमारियों के इलाज में मदद करती है
- पेंडुलम मुद्रा के नियमित अभ्यास से पाचन में सुधार होता है और कब्ज से छुटकारा पाने में भी मदद मिलती है।
- नियमित अभ्यास से आप फ्लैट फुट से भी छुटकारा पा सकते हैं।
पेंडुलम पोज़ सावधानी-Pendulum Pose precautions in Hindi
- कोशिश करें कि पूरे अभ्यास के दौरान अपने पैरों को मोड़ें नहीं।
- पैर छूने में असमर्थ होने पर भी अपने सिर को अपने घुटनों तक लाने की कोशिश करनी चाहिए।
- साथ ही साथ यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आप केवल उतना ही आगे झुकें जितना आपका शरीर के लचीलेपन अनुमति देता है।
- यदि आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं तो डोलसन या पेंडुलम मुद्रा का अभ्यास न करें।
- यदि आप कार्पल टनल सिंड्रोम से पीड़ित हैं तो पेंडुलम मुद्रा का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को भी डोलसन या पेंडुलम मुद्रा का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
- इस आसन का अभ्यास करते समय अपने आप को सिर को घुटने से छूने के लिए मजबूर न करें।