स्वस्तिकासन योग विधि, लाभ और सावधानी

स्वस्तिकासन क्या है -Swastikasana in Hindi

स्वस्तिक का अर्थ होता है  शुभ। यह ध्यान के लिए एक उम्दा आसन है। इसके बहुत सारे शारीरक एवं मानसिक परेशानियों से आपको बचाता है।  यह तन एवं मन में संतुलन बनाने में बड़ी भूमिका निभाता है। स्वस्तिकासन का महत्त्व इस बात से समझा जा सकता है कि योगग्रंथ जैसे हठयोग प्रदीपिका,घेरण्ड सहिंता में बैठकर किये जाने वाले आसनो का अगर जिक्र किया जाये तो सबसे पहले स्वस्तिकासन का ही नाम आता है।  भगवान आदिनाथ ने जिन चार आसनो को सबसे महत्त्वपूर्ण बताया है उनमे  से एक स्वस्तिकासन भी है।Swastikasana-steps-benefits-precaution

 

स्वस्तिकासन विधि – Swastikasana steps in Hindi

स्वस्तिकासन करना बहुत आसान है। इसके सरल तरीके का विपरण नीचे दिया जा रहा है।

  •  सबसे पहले पांव आगे फैलाकर जमीन पर बैठ जाएं।
  • अब आप बाएं पैर को भीतरी दाईं जांघ पर टिकाएं और दाएं पांव को भीतरी बाईं जांघ पर टिकाएं।
  • रीढ़  की हड्डी को सीधा रखें।
  • अगर ज्ञानमुद्रा में बैठते हैं तो और भी अच्छी बात है।
  • ध्यान रहे आपके घुटने जमीन से स्पंर्श  करे।
  • आपका का संपूर्ण शरीर, कमर तथा पीठ एक सीध में होनी चाहिए।

 

स्वस्तिकासन के लाभ – Swastikasana benefits in Hindi

  1.  यह आसन आपके जीवन को आनंदमय बनाता है।
  2. यह आसन ध्यान के लिए एक अतिउत्तम योगाभ्यास है।
  3. इसके अभ्यास से तनाव एवं चिंता में बहुत सकारत्मक प्रभाव पड़ता है।
  4. अगर आपको बहुत पसीना आता है तो इस आसन के करने से बहुत लाभ मिलेगा।
  5. जिनके पांव सर्दियों में बहुत ठंडे रहता है उसके लिए यह योगाभ्यास लाभकारी है
  6. यह वायुरोग को दूर करता है।
  7. जब पसीने से पैरों में बदबू आती हो तो इसका अभ्यास प्रतिदिन करें।
  8. अगर आपको मानसिक एकाग्रता बढ़ानी हो तो इस योग का अभ्यास जरूर करें।
  9. लिंग तथा योनि के रोगों को दूर करने में सहायक है।
  10. अगर इसको सही तरीके से किया जाए तो कमर दर्द कम करने में भी सफलता मिलती है।
  11. इसके अभ्यास से सोचने एवम समझने की शक्ति बढ़ जाती है।
  12. इसके करने से शरीर की सभी व्याधियाँ विनष्ट हो जाती है शरीर को स्थिर करने में सहायक है।

 

 स्वस्तिकासन के सावधानी –  Swastikasana precautions in Hindi

  • साइटिका से पीड़ित व्यक्ति को इस आसन का अभ्यास नहीं करनी चाहिए।
  • रीढ़ से सम्बंधित परेशानी होने पर इस आसन का अभ्यास न करें|
  • यह आसन उनको नहीं करनी चाहिए जिनके घुटने में दर्द हो।

 

 

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