सन्तुलनासन विधि, लाभ और सावधानी

सन्तुलनासन क्या है-What is Santolanasana in Hindi

सन्तुलनासन सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप्स में से एक अहम योगासन है। जिसमें आप अपने पुरे शरीर को हथेली और पैरों की अंगुलिओं के सहारे बैलेंस में रखते हैं। और साथ ही साथ पुरे शरीर को संतुलन में रखता है। आज हम यहां पर इस योग के करने की विधि, लाभ और सावधानी के बारे में जानेगें। इसको बैलेंसिंग पोस्चर भी कहा जाता है। यह एक ऐसा योगाभ्यास है जिसको लोग जिम, वेट लिफ्टिंग, इत्यादि फिटनेस सेंटर में प्राय इस्तेमाल करते हैं अपने आप को फिट रखने के लिए।

सन्तुलनासन विधि, लाभ और सावधानी
Santolanasana

सन्तुलनासन करने की विधि-Santolanasana steps in Hindi

  • सबसे पहले आप मकरासन में आएं।
  • अब धीरे धीरे हाथों और पैरों की मदद से अपने शरीर को उठाएं।
  • आप शरीर को इस तरह से उठाते हैं की आपकी पूरी शरीर का भार आपके हथेली और पैरों की अंगुलिओं पर आ जाता है।
  • इस स्थिति में आने के बाद आप धीरे धीरे साँस लें और धीरे साँस छोड़े।
  • अपने हिसाब से आसन को मेन्टेन करें।

सन्तुलनासन के लाभ -Santolanasana benefits in Hindi

  • यह आसन सूर्य नमस्कार का हिस्सा होने के साथ आपके शरीर के इम्युनिटी को बढ़ाता है।
  • यह पैरों और हाथों को मजबूती प्रदान करता है।
  • यह ओवरी और टेस्टीज से सम्बंधित बहुत सारे रोगों से आपको बचाता है।
  • इस आसन से स्वप्नदोष व प्रमेह आदि रोग दूर होने में मदद मिलती है।
  • इसका अभ्यास आपके कमर को मजबूती प्रदान करता है।
  • यह मणिपुर चक्र को उत्तेजित करता है जिसके कारण आप थकान और कमजोरी महसूस नहीं करते हैं।
  • पोज एब्स को टोन करने में भी मदद करता है।
  • एकाग्रता में सुधार लाने में मदद करता है।
  • इसके अभ्यास वजन घटाने में सहायक है। अगर आप को पेट कम करना हो तो इस योग का अभ्यास जरूर करें।

 

सन्तुलनासन सावधानी-Santolanasana precautions in Hindi

  • कलाई या कंधे की चोट लगने पर इस योग को न करें।
  • पैर में चोट लगने पर इस का अभ्यास न करें
  • कमर में दर्द होने पर भी इसके अभ्यास से बचना चाहिए।

 

Leave a Comment