वायरल बुखार क्या है ?
वायरल बुखार आप को किसी भी मौसम में हो सकता है। मौसम में परिवर्तन, सर्दी जुकाम, अधिक थकावट, संक्रमण , इत्यादि के कारण आप ज्वर से पीड़ित हो सकते हैं। ज्वर या बुखार आपको तीन से सात दिन तक परेशान कर सकता है। अगर आपको बुखार है तो वायरल संक्रमण के कारण दूसरा आदमी भी इसका शिकार हो सकता है। इसलिए इसमें सावधानियां लेने की बहुत जरूरत है। प्रायः लोग बुखार में दवाई खाते हैं लेकिन इसको आप घरेलू उपचार या आयुर्वेदिक इलाज से भी ठीक कर सकते हैं। इस लेख में आगे आप पढ़ेगे कि आपके के किचन या घर में वह कौन सा ऐसा सामान है जिसके मदद से ज्वर या बुखार पर आसानी से काबू पाया जा सके।
बुखार का घरेलू इलाज
- तुलसी की चाय: तुलसी के पत्ते में वह हर गुण पाया जाता है जिसके कारण इसको प्राकृतिक औषधि के रूप में बुखार में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह बैक्टीरिया एवम वायरस के खिलाफ अच्छी तरह से काम करता है। तुलसी (5 पत्ते), काली मिर्च (4 दाने) और पानी (1 गिलास ) को गर्म करें। जब यह अच्छी तरह ठंडी हो जाए तो इसे छान कर पिये।
- धनिया की चाय: धनिया की चाय में एंटीबायोटिक केमिकल्स पाया जाता है जो आपको बुखार से लड़ने के लिए सक्षम बनाता है। पानी (1 गिलास) और धनिया का बीज (1 चम्मच) लें। इसमें थोड़ा बहुत शक्कर डाल सकते हैं और इसको अच्छी तरह से गर्म करें और फिर इसको छान कर चाय की तरह पीते रहें।
- अदरख: अदरख में एंटी ऑक्सीडेंट्स पाया जाता है जो बुखार के लक्षण को कम करने के लिए बहुत अधीक प्रभावी है। एक गिलास पानी लें और उसमें थोड़ी सी अदरख, हल्दी, काली मिर्च और चीनी लेकर उबालें। जब यह अच्छी तरह से उबल जाए तो इसको चाय के तरह पिये।
- हर्बल चाय: हर्बल चाय में आप इसमें से किसी का भी पी सकते हैं जैसे पुदीना, अदरक, शहद, निम्बू, तुलसी, इत्यादि |
- काली मिर्च: काली मिर्च, सोंठ, तुलसी का काढ़ा (50 मि.ली ) बनाए और इसमें आधा नींबू निचोड़ कर पियें।
- फलों का सेवन करें: बुखार में वैसे भोजन को ग्रहण करनी चाहिए जो आसानी से पच जाए और आपको बीमारियों से लड़ने की ताकत दे। इसलिए आप जयदा फलों का सेवन करें क्योंकि यह आसानी से पच जाता है और दूसरी तरफ इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ऐसी हालात में फ़ास्ट फूड्स से दूर बरतनी चाहिए।
- चिरायता और इन्द्रजौ: चिरायता (5 ग्राम ), इन्द्रजौ (5 ग्राम ) और कटुकी (5 ग्राम ) लें। इसको 200 मि.ली में उबालें और जब यह काढ़ा 50 मि.ली का हो जाये तो इसे पिये। इससे बुखार में बहुत अधिक आराम मिलता है।
- इमली का रस: इमली के रस पीने से शरीर के तापमान को अच्छा खास कम किया सकता है। अमरूद की पत्ती का रस भी बुखार को कम करने के लिए एक बेहतरीन उपचार है। इन रसों को आप सिर एवम पैरों में भी लगा कर अपने शरीर के तापमान को कम कर सकते हैं।
- तरल पदार्थ के सेवन: तरल पदार्थ जैसे पानी, नारियल पानी, दाल का पानी, सूप और फलों के रस का सेवन करें। यह आपके शरीर में पानी की मात्रा को बनाये रखता है और आपकी प्रतीक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है।
- मौठ की दाल: मौठ के दाल का सेवन करें यह आपके ज्वर को कम करता है।
- मेथी का पानी: मेथी में बहुत सारे बायो-केमिकल्स पदार्थ पाया जाता है जो बुखार को रोकने में मददगार है।
- ठंडा कपड़े का इस्तेमाल: बुखार को अगर कम करना हो तो सूती कपड़ा को पानी में डुबोएं और निचोड़ कर इसको अपनी सिर और पैर पर रखें। जब कपड़ा गर्म हो जाए तो फिर इसे पानी में भिगों कर ऊपर वाली क्रिया को दोहराएं। ऐसे ठन्डे कपड़े से आप पूरे शरीर का पोछा कर सकते हैं। ठन्डे पानी से स्नान करने पर भी बुखार में बहुत आराम मिलता है।
- ठंडा कमरा: बुखार में ठन्डे कमरे में बैठने या सोने से बहुत लाभ मिलता है।
- तेल मालिश: अपने पूरे शरीर में तेल मालिश कराएं और इसके बाद कपड़ा पहन लें। यह प्रक्रिया भी आपके बुखार को कम करने के लिए कारगर इलाज है।
- हल्का कपड़ा पहने: हल्का कपड़ा पहनने की कोशिश करें। यह आपके शरीर से गर्मी को निकालने में मदद करेगी। ज्वर में मोटा कपड़ा पहनने से गर्मी नहीं निकल पाती और बुखार को ठीक होने में समय लग जाता है।
- नाक साफ रखें: बुखार से बचने के लिए नाक का साफ रहना बहुत जरूरी है। साफ नाक गले में खराश को रोकता है और श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखता है।
- बुखार में आराम: बुखार का मतलब होता है कि आपकी शरीर किसी बीमारी से लड़ रहा है। इसलिए अपने शरीर को ज़्यदा से ज़्यदा आराम दें।
- भुना नमक: घर में इस्तेमाल करने वाले सफेद नामक को तवे पर गर्म करें। जब इसका रंग थोड़ा बहुत काला हो जाये तो इसको किसी साफ बर्तन में रखें। अब आप एक गिलास पानी को गर्म करें और उसमें एक चम्मच नमक मिलाएं और इसको पियें। यह आपके बुखार को रोकने में मदद करता है।
- नीम: नीम और तुलसी के पत्ते का रस बनाये और इसमें थोड़ा शक्कर मिला कर पिये, बुखार में आराम मिलता है।
बुखार में सावधानियां
- ज़्यदा से ज़्यदा आराम करें।
- धूप में निकलने से बचें।
- दूध का सेवन न करें।
- अगर बुखार ऊपर बताए गए घरेलू उपाय से कम न हो रहा हो तो एहतियातन आप को डॉक्टर के परामर्श के बाद पैरासिटामॅाल, आइबुप्रोफेन, एस्पिरिन इत्यादि लेनी चाहिए।